जिलाधिकारी ने बताया कि अभियान को सफल बनाने हुत उप जिलाधिकारी तहसीलदार एवं सम्बंधित राजस्व अधिकारियों एवं कर्मचारियों को यथा आवश्यक दिशा निर्देश दे दिये गये है। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 15 दिसम्बर 2020 से 30 दिसम्बर 2020 तक राजस्व/तहसील अधिकारियों द्वारा राजस्व ग्रामों का भ्रमण कर प्रचार-प्रसार तथा खतौनियों को पढा जाना एवं लेखपाल द्वारा वरासत हेतु प्रार्थना पत्र प्राप्त कर उन्हें आॅनलाइन भरा जाएगा। 31 दिसम्बर 2020 से 15 जनवरी 2021 तक क्षेत्रीय लेखपाल द्वारा आॅनलाइन की प्रक्रिया के अनुसार कार्यवाही किया जाएगा।
जिलाधिकारी ने बताया कि 16 जनवरी 2021 से 31 जनवरी तक राजस्व निरीक्षकों द्वारा जाॅच एवं आदेश पारिक करने की प्रक्रिया की जाएगी। 16 जनवरी 2021 से 31 जनवरी तक राजस्व निरीक्षक (कार्यलय) द्वारा राजस्व निरीक्षक के नामान्तरण आदेश को आर-6 में दर्ज करने के बाद खतौनी की प्रविष्टियों को भूलेख साफ्टवेयर में अपडेट करने का कार्य किया जाएगा।
जिलाधिकारी ने बताया कि 01 फरवरी 2021 से 07 फरवरी तक जिलाधिकारी द्वारा प्रत्येेक लेखपाल, राजस्व निरीक्षक, तहसीलदार तथा उप जिलाधिकारी से इस आशय का प्रमाण पत्र प्राप्त किया जाएगा कि उनके क्षेत्र के अन्तर्गत स्थित किसी भी राजस्व ग्रामों में निर्विवादित उत्तराधिकार का कोई प्रकरण अवशेष नही है। अभियान के अंतिम चरण में 08 फरवरी 2021 से 15 फरवरी तक जिलाधिकारी द्वारा जनपद की तीनों तहसीलों के 10 प्रतिशत राजस्व ग्रामों को रैण्डमली चिन्हित करते हुए उनमें अपर जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी व अन्य जनपद स्तरीय अधिकारियों द्वारा इस तथ्य की जाॅच कराई जाएगी कि निर्विवाद उत्तराधिकार का कोई भी प्रकरण दर्ज होने से बचा नही है।