ढलते सूर्य को अर्घ्य दे व्रती महिलाओं ने आशीर्वाद मांगा

संत कबीर नगर  (उ.प्र.)। शुक्रवार की शाम को सूर्योपासना के महापर्व छठ पर नदी-घाटों पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। दोपहर बाद से ही  व्रती महिलाओं का घाटों पर आना शुरू हो गया। सायंकाल 5.21 बजे के शुभ मुहूर्त में जल में खड़े होकर भगवान भास्कर को पूरे भक्ति भाव से अर्घ्य दिया और अपनी मनोकामना पूर्ण करने की स्तुति की। कोरोना के भय से कई मोहल्लों में अस्थायी घाट बनाकर ही पूजा की गई। सुरक्षा के मद्देनजर घाटों पर महिला और पुरुष पुलिस कर्मी तैनात रहे।



शहर के विभिन्न मोहल्लों से व्रती महिलाएं और परिजन शाम से ही छठी माता का गीत गाते हुए घाट पर पहुंचे। ढलते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए श्रद्धालु बांस की बनी टोकरियों में पूजन सामग्री, केला, गन्ना, फल, ठेकुआ, मालपुआ, खीर-पूड़ी, खजूर, सूजी का हलवा, चावल का बना लड्डू और दूध आदि लेकर पूजा स्थल पर पहुंच गए। घर के पुरुषों ने सिर पर दौरी में रखे प्रसाद सामग्री को घाटों तक पहुंचाया।


घर से लोकप्रिय एवं परंपरागत छठ गीतों को गाती हुईं व्रती महिलाओं ने वेदियों के पास पहुंचकर प्रसाद सामग्री को चढ़ाया और दीयों को जलाया। इसके बाद वह विधि-विधान से छठ मैया के पूजन में जुट गईं। शाम को जैसे ही सूर्यास्त की बेला आई, कतार में खड़ी होकर व्रतियों ने अर्घ्य दिया और अपनी मनोकामना पूर्ण करने का आशीर्वाद मांगा। शाम को भीड़ का अलौकिक दृश्य नदी घाटों पर दिखा। पूजा घाटों पर सुरक्षा और शांति व्यवस्था के पुलिस तैनात रही।