बस्ती (उ.प्र.)। कोरोना काल में अस्पतालों में अन्य राष्ट्रीय कार्यक्रमों की गतिविधियां लगभग ठप पड़ गई थी। नसबंदी भी इससे प्रभावित था। लाभार्थियों की सुरक्षा की दृष्टि से पिछले पांच माह से नसबंदी सेवा दिवस का आयोजन नहीं किया जा रहा था। अब कोरोना से निपटने के साथ ही अन्य कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। नसबंदी ऑपरेशन के लिए कार्यक्रम तैयार किया गया है। पहला नसबंदी सेवा दिवस बहादुरपुर में आयोजित हुआ। इसमें आशा कार्यकर्ताओं द्वारा 14 महिलाओं का पंजीकरण कराया गया था। उत्साहवर्धक बात यह रही कि बिना किसी भय के सभी महिलाएं कैम्प में आई और सभी का सफलता पूर्वक ऑपरेशन किया गया। आने वाले कैम्पों में लाभार्थियों की संख्या बढ़ाई जाएगी। उक्त बाते डिप्टी सीएमओ आरसीएच डॉ. सीके वर्मा ने कही ।
जिले में परिवार नियोजन कार्यक्रम एक बार फिर पटरी पर लौटता हुआ नजर आ रहा है। उत्तर प्रदेश टेक्निकल सपोर्ट यूनिट (यूपीटीएसयू)के प्रयास से 14 महिलाओं की नसबंदी कराई गई। सीएचसी बहादुरपुर में नसबंदी कैम्प का आयोजन किया गया। प्रशिक्षित चिकित्सकों की देखरेख में सफलता पूर्वक कैम्प का आयोजन हुआ। ऑपरेशन के बाद महिलाओं को एम्बुलेंस की सहायता से उनके घरों तक भिजवाया गया। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इस सेवा दिवस की सफलता से काफी उत्साहित हैं।
सीएचसी के एमओआईसी डॉ. पवन वर्मा की देख-रेख में कैम्प का आयोजन किया गया। डॉ. प्रीति त्रिपाठी ने आयोजन में सहयोग प्रदान किया। जिला महिला अस्पताल के सर्जन डॉ. एसआर कन्नौजिया व उनकी टीम ने सफल ऑपरेशन किया। बीसीपीएम शिवभूषण श्रीवास्तव कैम्प के दौरान मौजूद रहे।