बस्ती (उ.प्र.) । आज दूसरे दिन भी समाजसेवी राना दिनेश प्रताप सिंह का अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल जारी रहा। कल दिन में जिला प्रशासन के प्रतिनिधियों और अनशनकारी राना के मध्य कई बार समझौते और मान मनौव्वल की वार्ता असफल हो जाने के बाद आंदोलन समाप्त नही हो सका।
कोरोना के कहर से मरे अज्जू हिंदुस्तानी के परिजनों को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता और पत्नी को सम्मानजनक नौकरी दिए जाने की मांग पर अड़े श्री राना ने कहा है कि वे लम्बे आंदोलन की तैयारी कर के आए हैं और हम किसी जल्दबाजी में नही है। शासन प्रशासन अपनी गति से मेरी मांगों पर विचार करे और निर्णायक हल की सकारात्मक पहल करे। उन्होंने दोहराया है कि मांगे माने जाने तक भूख हड़ताल जारी रहेगा।
श्री राना ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि जनसेवा में अपना सर्वस्व न्योछावर कर देने वाले एक लोकप्रिय व्यक्ति के परिवार की दुःखद आर्थिक स्थित में भी सहयोग करने को अगर जिम्मेदार तैयार नही हैं तो आम आदमी का क्या होगा। श्री राना ने मण्डल के सभी सांसदों, विधायकों, राजनैतिक दलों के नेताओं और सामाजिक संस्थाओं से अनुरोध किया कि विचारधारा की परिधि से ऊपर उठकर विपदा में पड़े इस परिवार के लिए अपने स्तर से आर्थिक मदद में आगे आएं।
विदित हो कि कोरोना संक्रमण हो जाने के कारण गत 31 जुलाई को अज्जू हिंदुस्तानी की पीजीआई लखनऊ में मौत हो गयी थी। कोरोना संक्रमित उनकी सगी बहन अनीता श्रीवास्तव की भी उसी दिन बस्ती से रिफर होकर लखनऊ जाते समय रास्ते में मृत्यु हो गयी । 3 दिन बाद माता शकुंतला देवी भी जीवन मरण से संघर्ष करते हुए कैली हास्पिटल में कोरोना से जंग हार गईं।