- घरों के खाद्यान्न नष्ट हो चुके हैं
- पशुओं के चारे की समस्या विकट
- पीड़ितों का सुरक्षित स्थानों पर पलायन जारी
- किसानों ने प्रशासन से मुआवजा देने की मांग की
सन्तकबीर नगर (उ.प्र.) । धनघटा तहसील में घाघरा खतरे के निशान से 40 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। हैसर व पौली के कुल 20 गांव चौथी बार फिर पानी से पूरी तरह घिर गए हैं। लगभग 500 से अधिक घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है । घरों में पानी घुसने से तमाम खाद्यान्न नष्ट हो चुके हैं। पशुओं के चारे की समस्या विकट रूप से खड़ी हो गई है। पीड़ितों का घर छोड़ कर सुरक्षित स्थानों पर पलायन जारी हो गया है । बाढ़ से तमाम संपर्क मार्ग टूट गए हैं। बुधवार से घाघरा के जलस्तर में लगातार वृद्धि से सभी क्षेत्र वासियों के होश उड़ गए हैं। गायघाट ,दौलतपुर, गायघाट दक्षिणी ,गुणवतिया ढोल बजा, दौलतपुर खालेपुरवा समेत तमाम स्थानों पर बाढ़ के चलते स्थिति भयावह हो गई है।
बाढ़ क्षेत्र के राम तेज चौहान ,रामनाथ,विजय,दयाराम समेत तमाम लोगों ने बताया कि हम लोगों को अभी तक कोई भी सरकारी सहायता नहीं मिली है। जिससे हम लोगों के सामने आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से तत्काल मामले को गंभीरता से लेते हुए राहत सामग्री दिए जाने की मांग किया है और फसलों के जलमग्न होने से किसानों की पूंजी डूब गई है। डूबी हुई फसल को लेकर किसानों ने प्रशासन से मुआवजा देने की मांग किया है।
इस संबंध में पूछे जाने पर एसडीएम धनघटा प्रमोद कुमार ने बताया कि बाढ़ पीड़ितों के दर्द को को देखते हुए प्रशासन बेहद गंभीर है। बाढ़ प्रभावित गांवों में राजस्व कर्मियों को भेजकर स्थिति का अवलोकन कराया जा रहा है। शीघ्र ही सभी बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री उपलब्ध करा दी जाएगी।