16 अगस्त से खुल रहा है मां वैष्णो देवी मंदिर

जम्मू । कोरोना महामारी के चलते देश के अन्‍य धार्मिक स्‍थलों की तरह माता वैष्णो देवी मंदिर को भी बंद कर दिया गया था । अब अनलॉक- 3 में 16 अगस्त से मां वैष्णो देवी मंदिर  फिर से खुलने जा रहा है। हालांकि एसओपी का पालन करना अनिवार्य होगा। 17 मार्च को अंतिम बार भक्तों को माता के दर्शन के लिए भेजा गया था, जिसके बाद मंदिर के कपाट बंद कर दिए गये थे।



श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड 16 अगस्त से श्रद्धालुओं के स्वागत और माता के दर्शन की तैयारियों में जुट गया है। जम्मू कश्मीर सरकार ने वैष्णो देवी यात्रा के लिए रोजाना 5000 श्रद्धालुओं को ही प्रवेश देने की अनुमति दी है। यह प्रवेश 16 अगस्त से 30 सितंबर के लिए लागू रहेगी। जम्मू कश्मीर राज्य के बाहर से आने वाले अन्य राज्यों के केवल 500 श्रद्धालुओं को ही प्रवेश दिया जाएगा। दूसरे राज्यों से आने वाले तथा रेड जोन इलाकों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए रैपिड एंटीजन टेस्ट होगा। नई गाइडलाइन के अनुसार वैष्णो देवी के दर्शन करने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होगा। धर्मशाला में कंबल चद्दर इत्यादि की सुविधा उपलब्ध नहीं होगी। श्रद्धालुओं को स्वयं लेकर आना होगा।


देश भर में बढ़ रहे कोरोना वायरस से बचाव के लिए वैष्णो देवी श्राइनबोर्ड द्वारा यात्रा मार्ग पर हर उचित कदम उठाए जा रहे है। वही कोरोना वायरस के चलते श्राइनबोर्ड द्वारा एन.आर.आई सहित विदेशी श्रद्धालुओं के लिए एडवाइजरी भी जारी की गई है। इस एडवाइजरी के तहत एन.आर.आई सहित विदेशी श्रद्धालुओं को भारत आने के 28 दिन बाद तक बैष्णो देवी में न आने की हिदायत दी गई है।


श्राइनबोर्ड ने देशभर से मां वैष्णो देवी के श्रद्धालुओं से अपील करते हुए कहा है कि अगर किसी श्रद्धालु को यात्रा से पहले खांसी, तेज बुखार ,सांस लेने में दिक्कत आ रही है तो वह प्लान स्थगित कर दे । सीईओ श्राइनबोर्ड रमेश कुमार के अनुसार कोरोना वायरस को लेकर यात्रा मार्ग पर भी हर संभव एहतियात बरती जा रही है। यात्रा मार्ग पर बने चिकित्सकों को भी कोरोना वायरस संबधित प्रशिक्षित किया गया है ताकि अगर किसी यात्री में कोरोना वायरस संबधित लक्ष्ण पांए जाते है तो तत्काल उचित उदम उठाए जांऐ।


कोरोना वायरस से निपटने हेतु वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर लगे आडियो सिस्टम के माध्यम से भी श्रद्धालुओं जागरूक किया जा रहा है। बोर्ड के अनुसार अधिक भीड़भाड वाले क्षेत्रों जैसे वेंटिंग हॉल, अटका आरती स्थल, कतार में खड़ा होने वाले स्थलों को भी दिन में कम से कम चार वार सैनेटाईज किया जा रहा है ।