संत कबीरनगर (उ.प्र.) । मेंहदावल कस्बा स्थित एक निजी चिकित्सालय में एक महिला ने मृत शिशु को जन्म दिया। परिजनों का आरोप है कि लापरवाही के कारण बच्चे की मौत हुई है। इसे लेकर अस्पताल के सामने जमकर हंगामा हुआ और जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्सा अधिकारी से शिकायत दर्ज करायी गयी ।
घटना को संज्ञान में लेते हुए अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मोहन झा, नायब तहसीलदार वाचस्पति सिंह, व थानाध्यक्ष करुणाकर पाण्डेय के नेतृत्व में उक्त हॉस्पिटल पर छापेमारी करते हुए जांच पड़ताल की । जहां हॉस्पिटल के संचालक ने इलाज से इंकार किया, वही प्रसूता के परिजनों ने उक्त प्राइवेट चिकित्सालय पर एक आशा बहू पर जबरन नॉर्मल डिलीवरी कराने व गर्भ में ही बच्चे की मौत का आरोप मढ़ते हुए अधिकारियों को शिकायती पत्र सौंपा । सूचना मिलने पर स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन के अधिकारियों ने सम्बंधित अस्पताल के साथ ही एक और अस्पताल को सील कर दिया।
मेंहदावल के ग्राम ददरा निवासी सुनीता (28) पत्नी हनुमान को मंगलवार की देर रात परिजनों ने प्रसव के लिए मेंहदावल सीएचसी में भर्ती कराया। हालत खराब होने के कारण चिकित्सकों ने उसको जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। परिजनों ने उसे जिला अस्पताल के बजाय कस्बे के आसमां हॉस्पिटल पर भर्ती करवाया। बुधवार की सुबह सुनीता की स्थिति और खराब हुई तो उसे शारदा अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां ऑपरेशन के बाद मृत शिशु पैदा हुआ। इसे लेकर परिजन भड़क उठे। सभी ने अस्पताल पर हंगामा करते हुए अधिकारियों को सूचना दी।
मौके पर एसीएमओ डा. मोहन झा व नायब तहसीलदार वाचस्पति सिंह ने सीएचसी प्रभारी डा. अनिल चौधरी के साथ मौके पर पहुंचकर जायजा लिया और शारदा व आसमां हास्पिटल को सील करते हुए इनके कागजातों को जब्त कर लिया ।
घटना के दो दिन बाद सीएचसी के अधीक्षक अनिल चौधरी ने थानाध्यक्ष करुणाकर पाण्डेय को तहरीर देते हुए आशा बहू नूतन व माया, शारदा नर्सिंग होम के संचालक संध्या पत्नी हरिकेश, हरकेश पुत्र अज्ञात तथा आसमा हॉस्पिटल के संचालक शोएब अहमद पुत्र अब्दुल हमीद के विरुद्ध तहरीर देते हुए गैर इरादतन हत्या कोविड 19 का उल्लंघन सहित अन्य धाराओं में अभियोग पंजीकृत कराया।