रमजान के पाक महीने की शुरुआत:घर पर नमाज अदा करने की अपील

नई  दिल्ली। रमजान के पाक महीने की शुरुआत चांद देखे जाने के साथ होती है। केरल के कोझिकोड व कर्नाटक के दक्षिण कन्‍नड़ व उडुपी जिलों में गुरुवार को चांद दिखाई दिए जाने के साथ ही वहां इस्‍लामिक कैलेंडर के नौवें महीने की शुरुआत हो गई है। कोरोनावायरस संकट व लॉकडाउन के बीच इस महीने की शुरुआत के साथ ही लोगों से घरों में इबादत करने की अपील की जा रही है।


कोरोना वायरस संकट के बीच शुक्रवार से मुस्लिम धर्मावलंबियों के पवित्र माह रमजान का आगाज हो गया। इस दाैरान जहां केरल में रमजान के पहले दिन मस्जिदें बंद रहीं। वहीं पश्चिम बंगाल में सीएम ने लोगों को बधाई देकर घर पर नमाज अदा करने की अपील की। हैदराबाद में रोजेदारों के लिए विशेष इंतजाम किए गए।


शुक्रवार को रमजान के पहले दिन कोच्चि और तिरुवनंतपुरम में मस्जिदें बंद रहीं। कोच्चि के पदिवाट्टोम महाल्लू मुस्लिम जामा-एथलीट मस्जिद के इमाम मस्जिद के अंदर ही हैं, जबकि यह आम जनता के लिए बंद है। मस्जिद के बाहर पोस्टर लगाए गए हैं जिसमें कहा गया है कि अगली सूचना तक कोई भी नमाज नहीं अदा की जाएगी। इमाम का कहना है कि मैं मस्जिद में उस दिन से रह रहा हूं जिस दिन लाॅकडाउन किया गया था। घर में वापस जाना और हर दिन मस्जिद में आना लॉकडाउन के कारण संभव नहीं है। रमजान का पवित्र महीना शुरू हो गया है और आमतौर पर, रोजेदार मस्जिदों में रोजा तोड़ने के लिए आते हैं। इस साल हमने रोजेदार को घर पर भोजन तैयार करने और उनके परिवारों के साथ उपवास तोड़ने का निर्देश दिया है।








वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी आज रमजान माह की शुरुआत पर लोगों को बधाई दी। ममता बनर्जी ने लोगों से अपील की कि वे कोराेना वायरस के खिलाफ जारी जंग में एकजुट होकर लड़े। इसके साथ उन्होंने मुस्लिमाें से कहा कि एक स्वस्थ वायरस मुक्त समाज सुनिश्चित करने के लिए अपने घरों में ही रहें और वहीं से नमाज अदा करें। इस दाैरान सभी एहतियाती उपाय करें। एक बात जो हमने अपने पूर्वजों से सीखी है, वह है बुराई पर अच्छाई हमेशा जीतती है। उपरवाला हमे आशीर्वाद देगा और सब ठीक होगा।

हैदराबाद में रमजान के पवित्र महीने में यहां विभिन्न विभागों को विशेष रूप से तैयार किया गया है ताकि लोगों काे विशेषकर मुस्लिम बहुल इलाकों में निर्बाध बिजली और पानी की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके। हर साल सरकारें रमजान के दाैरान नमाज के लिए और 'इफ्तार' आदि के लिए बड़े पैमाने पर व्यवस्था करती थीं। लगभग चौबीसों घंटे खरीदारी करने के लिए यातायात आदि की व्यवस्था रहती थी। हालांकि इस बार कोरोना वायरस संकट के बीच पहले ही लोगों से कहा जा चुका है कि वे घरों स न निकलें। मस्जिदों में नमाज व इफ्तार न करें।

दिल्‍ली पुलिस की अपील

COVID-19 महामारी की पृष्ठभूमि में, दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को लोगों से रमज़ान के पवित्र महीने के दौरान अपने घरों पर नमाज़ अदा करने और 'सेहरी' (सुबह का भोजन) करने की अपील की। 'मैं रमजान पर लोगों को शुभकामनाएं देता हूं। मैं लोगों पाक माह के दौरान घरों के भीतर नमाज अदा करने घर में 'सेहरी' (सुबह का भोजन) की अपील करता हूं। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के दिशानिर्देशों के अनुसार अज़ान की जानी चाहिए। लॉकडाउन के दौरान कृपया अपने घरों से बाहर न निकलें। रंधावा ने लोगों से लॉकडाउन दिशानिर्देशों का उल्लंघन नहीं करने और कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में दिल्ली पुलिस के साथ अपना सहयोग जारी रखने का भी आग्रह किया।