गन्ना किसानों ने मिल के जनरल मैनेजर पर आरोप लगाया है कि जांच के नाम पर किसानों का पैसा जी एम हड़पना चाह रहे हैं। किसानों ने कहा कि गन्ना आपूर्ति के पहले सट्टा बनाते समय जांच किये होते, तो हम लोगों को कोई आपत्ति नही होती। हम लोग दूसरी फसलें उगा कर अन्यान्य ब्यवस्था कर लेते। अब जब बटाई, हुण्डी आदि से फसल तैयार कर नगद भुगतान के लिए मिल को दे दिया तो भुगतान के नाम पर जीएम जांच करवा रहे हैं। अपने भुगतान के लिए जी एम से लेकर जिला गन्ना अधिकारी और जिलाधिकारी तक चक्कर लगाने के बावजूद भी गन्ना भुगतान से वंचित किसानों ने आगामी 4 मई को आत्मदाह की नोटिस जीएम को थमा दी है।
जिला गन्ना अधिकारी रंजीत कुमार निराला ने दूरभाष पर बताया ,कि यदि किसानों का गन्ना फैक्ट्री खरीद ली है तो उसका भुगतान मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए भुगतान कर देना चाहिए। हां अगले सत्र का सर्वेक्षण कड़ाई से परीक्षण कर ही सट्टा बनाया जाए और उन्हीं से गन्ना खरीदा जाए।