उत्तरी-पूर्वी दिल्ली में जवानों की पर्याप्त तैनाती है,मैं दिल्ली वालों से अपील करता हूं कि क़ानून अपने हाथ में ना लें:डीसीपी रंधावा
नई दिल्ली । दिल्ली पुलिस के डीसीपी मनदीप सिंह रंधावा ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर हिंसा और उससे जुड़ी कार्रवाइयों की जानकारी दी। रंधावा ने कहा कि सोमवार से शुरू हुई हिंसा में अब तक 10 लोगों की जान जा चुकी है। इनमें नौ आम लोग हैं और एक हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल।
डीसीपी रंधावा ने कहा, ''दिल्ली पुलिस के 56 जवान ज़ख़्मी हुए हैं। उत्तरी-पूर्वी दिल्ली में जवानों की पर्याप्त तैनाती है और कहीं भी तैनाती में कोई कमी नहीं है। हमारे पास अर्धसैनिक बलों में सीआरपीएफ़ और एसएसबी हैं। इनके अलावा ग्राउंड पर पट्रोलिंग के और कई तरह की निगरानी की जा रही है। पुलिस ने धारा 144 लगा दी है. 144 के बावजूद आज कुछ इलाक़ों में हिंसा हुई है। मैं दिल्ली वालों से अपील करता हूं कि क़ानून अपने हाथ में ना लें। असमाजिक तत्वों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की है। ड्रोन्स की मदद ले रहा हूं। हम सीसीटीवी रिकॉर्डिंग की भी जांच कर रहे हैं।
बीजेपी नेता कपिल मिश्रा को लेकर रंधावा ने कहा तमाम चीज़ों की जाँच की जा रही है और अब तक 20 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
मंगलवार को भी दिल्ली के उत्तर-पूर्वी हिस्से में तनाव की स्थिति बनी हुई है। दिल्ली में हुई हिंसा पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दोपहर 12 बजे एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई थी। बैठक में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ-साथ दिल्ली पुलिस के आला अधिकारी भी शामिल हुए।
पुलिस, आरएएफ़ और एसएसबी ने कई इलाक़ों में फ़्लैग मार्च किया। सूत्रों के अनुसार सोमवार को हिंसा के दौरान पुलिस या तो नहीं दिख रही थी या फिर बहुत कम संख्या में थी। मंगलवार को गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई बैठक में भी पुलिस के रवैए पर सवाल उठे।