विपक्षी एकता की कवायद को बड़ा झटका


देशभर में प्रदर्शनों के बीच नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ साझा रणनीति बनाने के लिए कांग्रेस ने समान विचारधारा वाली सभी विपक्षी पार्टियों को सोमवार को एक बैठक के लिए आमंत्रित किया है। विपक्षी दलों की बैठक में नागरिकता कानूनए जेएनयू हिंसा और देश के राजनीतिक हालात पर चर्चा होगी। मगर उससे पहले  विपक्षी एकता की कवायद को बड़ा झटका लगा है। इस बैठक में बसपा शामिल नहीं होंगी। 


बसपा सुप्रीमो मायावती ने सोमवार सुबह ट्वीट में अपनी तथा अपनी पार्टी की राय स्पष्ट कर दी है। मायावती ने लिखा है कि राजस्थान कांग्रेसी सरकार को बीएसपी का बाहर से समर्थन दिये जाने पर भी इन्होंने दूसरी बार वहां बीएसपी के विधायकों को तोड़कर उन्हें अपनी पार्टी में शामिल करा लिया है जो यह पूर्णतयाः विश्वासघाती है। ऐसे में कांग्रेस के नेतृत्व में आज विपक्ष की बुलाई गई बैठक में बीएसपी का शामिल होना यह राजस्थान में पार्टी के लोगों का मनोबल गिराने वाला होगा। इसलिए बीएसपी इनकी इस बैठक में शामिल नहीं होगी।