वैभव चतुर्वेदी के  जेल से रिहा


संतकबीरनगर  । इण्डस्ट्रियल एरिया खलीलाबाद में भारी पैमाने पर शराब का जखीरा मिलने और तस्करी  के मामले में पुलिस कार्यवाही की जद में आये वैभव चतुर्वेदी के  जेल से रिहा होने के बाद उनके चाहने वालों के चेहरे खिल गये ।  जिला जेल बस्ती में बन्द वैभव की अगवानी के लिए खलीलाबाद से सैकड़ों लग्जरी गाड़ियों का काफिला भुअर निरंजन पुर जेल गेट पर आ पहुंचा था । 


वैभव चतुर्वेदी प्रभा ग्रुप के डायरेक्टर  और समाज सेवा के क्षेत्र में इनका प्रतिष्ठित परिवार है । ऐसे में शराब तस्करी जैसे कारोबार का आरोप इस परिवार की प्रतिष्ठा पर बदनुमा दाग है । पुलिस की भूमिका पर भी लोगों के द्वारा सवाल खड़े होते नजर आ रहे हैं। वैभव चतुर्वेदी के समर्थकों का कहना है कि उनसे और उनके बढ़ते हुए कद से ईर्ष्या रखने वाले सत्ता पक्ष और विद्यालय से प्रतिद्वंद्विता रखने वाले, जिनका दामन ही अवैध कार्य से जुड़ा हुआ है उन लोगों ने कुचक्र रचकर उन्हें जेल भेजवाया था, लेकिन "सत्य परेशान हो सकता है लेकिन पराजित नहीं" ।



उनकी रिहाई गुरुवार की देर शाम करीब 7 बने हुई , लेकिन उनके हजारों समर्थक दोपहर से ही मंडल कारागार बस्ती पहुंच गए। जैसे ही वैभव चतुर्वेदी जेल से बाहर आए तो वे फफक पड़े और उन्हें देखकर उनके चाहने वालों की आंख से भी अश्रुधारा निकल पड़ी। वैभव ने लोगों का अभिवादन स्वीकार किया और सैकड़ों गाड़ियों का काफिला लेकर कांटे होते हुए खलीलाबाद शहर पहुंचे और सबसे पहले समय माता मंदिर पहुंचे जहां उन्होंने मां का आशीर्वाद प्राप्त किया। वहां पहुंचे युवाओं ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया ।


वैभव चतुर्वेदी ब्लूमिंग बड्स एकेडमी  भी गये वहां उन्होंने सभी के प्रति आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में सामाजिक परिवर्तन लाकर ओछी राजनीति करने वाले लोगों के मुंह पर कालिख पोतने का काम युवा पीढ़ी करेगी। उन्होंने कहा कि जिनके हर काम में बेईमानी हो , वे दूसरों को षडयंत्र रचकर फंसाने का काम कर रहे हैं।