नेताजी सुभाष चंद्र बोस को याद किया गया

बस्ती ( उ0प्र0 ) ।  नेताजी सुुुभाष चन्द्र बोस के जीवन से स्वाभिमान , आत्मविश्वास और क्रांति की प्रेरणा मिलती है । उनके जन्म दिवस पर न केवल उन्हें याद किया जाय, अपितु उनके जीवन से प्रेरणा लेकर युवाओं को राष्ट्र के निर्माण में अपने दायित्व को समझते हुए योगदान किया जाना चाहिए।नेताजी ने अपनी शिक्षा दीक्षा के  काल से ही अपना सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शन देते हुए  राष्ट्र के प्रति अपने उत्तरदायित्व को समझते हुए विपरीत परिस्थितियों में भी देश को आजादी दिलाई।परिवार के आदेश के अनुरूप उन्होंने उस समय की सर्वोत्कृष्ट सेवा हासिल करने के बाद भी परम वैभव को त्याग कर राष्ट्र को स्वतंत्र कराने के लिए अपना सर्वस्व अर्पण कर दिया। आज भारत रत्न पं0 अटल बिहारी बाजपेई ऑडिटोरियम में नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती समारोह में वक्ताओं ने अपने ओजस्वी विचार व्यक्त किये । 



कार्यक्रम के मुख्य वक्ता मिथिलेश नारायण ने कहा कि नेताजी  के परिवार के आदेश के अनुरूप उन्होंने उस समय की सर्वोत्कृष्ट सेवा हासिल करने के बाद भी परम वैभव को त्याग कर राष्ट्र को स्वतंत्र कराने के लिए अपना सर्वस्व अर्पण कर दिया।उन्होंने बच्चों से कहा कि जीवकोपार्जन ही जीवन का उद्देश्य नही है । हमें नेता जी के जीवन से सीख लेकर राष्ट्र को प्राथमिकता देनी होगी। कार्यक्रम  का संचालन विवेक मिश्र ने किया। विषय प्रवर्तन पंकज त्रिपाठी जी द्वारा किया गया। आभार कैलाश नाथ दुबे द्वारा किया गया।कार्यक्रम में मुख्य रूप से योगेश शुक्ला, राणा दिनेश प्रताप सिंह अखिलेश दुबे, जी कर्नल के सी मिश्र , संजय द्विवेदी, रमेश सिंह, आमोद उपाध्याय, महेश शुक्ल, सत्येन्द्र शुक्ल जिप्पी, गरुणध्वज,अनुराग शुक्ल, राम सिंह, विशाल पांडेय, राजेश मिश्र, डॉ0 नवीन सिंह, सहदेव दूबे, मनीष त्रिपाठी, प्रवेश, राम मोहन पाल सहित बहुत से शिक्षक व राष्ट्र प्रेमी जन उपस्थित रहे। 


--आजादी के महानायक नेताजी सुबाष चन्द्र बोस को मित्र संघ ने उनकी जयंती के अवसर पर याद किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष राजू श्रीवास्तव के आवाह्न एवं जिला संयोजक अवधेश मिश्र के नेतृत्व में संघ के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने सुबह फौव्वारा तिराहा स्थित सुबाष चन्द्र बोस की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके बाद बनकटा स्थित वृद्धा आश्रम में फल वितरिकत करने के उपरान्त गोष्ठी और ‘नेताजी राष्ट्रवाद व नरेन्द्र मोदी‘ नाम पुस्तक का विमोचन किया गया।


मुख्य वक्ता के रूप में सम्बोधित करते हुये वरिष्ठ भाजपा नेता पूर्वांचल विद्वत परिषद के अध्यक्ष राजेन्द्रनाथ तिवारी ने कहा कि ‘‘मुझे धन से वितृष्णा है, क्योंकि धन सभी बुराइयों की जड़ है‘‘ नेताजी के इस वाक्य को आत्मसात करने की आवश्यकता है। उन्होने विमोचन के उपरान्त पुस्तक की विशेषताओं पर भी प्रकाश डाला। मित्र संघ की संस्थापक श्रीमती पुष्पा श्रीवास्तव ने कहा कि नेताजी के अदम्य साहस की कहानियां सदियों तक युवाओं में जोश भरती रहेगी। कार्यक्रम को संघ के मण्डल संयोजक मोनी श्रीवास्तव, राय अंकुरम श्रीवास्तव, पिंकू श्रीवास्तव, मान सिंह, यशकान्त सिंह, अज्जू हिन्दुस्थानी, रविन्द्र गौतम, विजय द्विवेदी, मुन्ना शुक्ल, वृद्धाश्रम के प्रबंधक अम्बिकेश्वर मणि त्रिपाठी, कृष्ण मोहन, सर्वेश मिश्र आदि ने सम्बोधित कर नेताजी के योगदान पर विस्तार से चर्चा की।


--वरिष्ठ नागरिक कल्याण समिति और प्रेमचन्द साहित्य एवं जन कल्याण द्वारा  नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के जयन्ती अवसर पर आजाद हिन्द फौज के सेनानी रामू उपाध्याय को याद किया गया। समिति के महासचिव श्याम प्रकाश शर्मा ने कहा कि नेताजी ने देश की गुलामी को निकट से महसूस किया और विश्व भ्रमण कर आजादी के संघर्ष के लिये जो वातावरण सृजन किया संसार में ऐसा दूसरा उदाहरण नहीं मिलता। कहा कि ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा’ के आवाहन पर सैकड़ो लोग एकत्र हो गये। बस्ती जनपद के फेटवा निवासी रामू उपाध्याय इसी संकल्प को लेकर नेताजी से जुडे। संयोग ही है कि दोनों महापुरूषों की जयंती एक ही दिन है।  वरिष्ठ साहित्यकार भद्रसेन सिंह बंधु, सत्येन्द्रनाथ मतवाला, पं. चन्द्रबली मिश्र, जगदीश प्रसाद, ओम प्रकाश नाथ मिश्र, मो. वसीम अंसारी आदि ने नेता जी सुभाष चन्द्र बोस और आजाद हिन्द फौज के सेनानी रामू उपाध्याय के योगदान पर विस्तार से प्रकाश डाला।
कार्यक्रम के दूसरे चरण में वरिष्ठ कवि डा. रामकृष्ण लाल जगमग के संचालन में परमात्मा प्रसाद निर्दोष, रामचन्द्र राजा, परमात्मा प्रसाद निर्दोष, सागर गोरखपुरी, अजमत अली सिद्दीकी, डा. राममूर्ति चौधरी आदि ने कविताओं के माध्यम से नेता जी को नमन् किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से विनय कुमार श्रीवास्तव, जगदीश प्रसाद पाण्डेय, शव्वीर अहमद, दीनानाथ यादव, परशुराम शुक्ल, जगदीश, बाल कृष्ण चौधरी, सुमेश्वर यादव, रामदत्त जोशी के साथ ही अनेक वरिष्ठ जन शामिल रहे।


--भारत माता को गुलामी की बेडियों से मुक्त कराने के लिये आखिरी सांस तक संघर्ष करने वाले नेताजी सुभाष चन्द्र बोस को  सोशल क्लब की ओर से महामंत्री अमर सोनी के संयोजन में याद किया गया। फौव्वारा तिराहा स्थित नेताजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनके योगदान पर प्रकाश डाला। क्लब के पदाधिकारी कार्यकर्ता हाथों में राष्ट्रध्वज और गले में तिरंगा लपेटे हुये थे।


-- जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय पर गुरूवार को जिलाध्यक्ष अंकुर वर्मा के संयोजन में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे नेताजी सुभाष चन्द्र बोस को उनकी जयंती पर याद किया गया।



--नेता जी सुभाष चन्द्र बोस और शिवसेना संस्थापक बाला साहेब ठाकरे की जयंती अवसर पर गुरूवार को शिव सेना की ओर से महिला चिकित्सालय के निकट स्थित देवी मंदिर पर मण्डल अध्यक्ष संजय प्रधान, कार्यवाहक अध्यक्ष संजय मद्धेशिया के संयोजन में दोनों महापुरूषों को नमन् कर महिला चिकित्सालय में भर्ती प्रसूताओं में फल का वितरण किया गया।